जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में एक कार्यकाल बिता चुके हैं। उनके पिछले कार्यकाल में भारत का क्या हित हुआ था। अगर उनके पहले कार्यकाल में कोई हित हुआ तो हम और कामना करते हैं कि अबकी बार तो और भी ज्यादा होगा। शंकराचार्य को डर है कि ट्रंप शासन में अप्रवासी भारतीयों को वापस स्वदेश भेज दिया जाएगा।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से ज्यादा खुश नहीं हैं शंकराचार्य
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में एक कार्यकाल बिता चुके हैं। उनके पिछले कार्यकाल में भारत का क्या हित हुआ था। अगर उनके पहले कार्यकाल में कोई हित हुआ तो हम और कामना करते हैं कि अबकी बार तो और भी ज्यादा होगा।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से भारत पर क्या पड़ेगा असर?
डोनाल्ड ट्र्ंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी भारत के खिलाफ कुछ आर्थिक कदम उठाए थे जैसे भारत को जेनेराइलज्ड सिस्टम ऑफ प्रीफ्रेंरेंसेज (जीएसपी) से हटा दिया था लेकिन अंतोगत्वा भारत पर इसका कोई उल्टा असर नहीं हुआ।
ट्रंप की अमेरिका-फर्स्ट नीति भारतीय ट्रेड पर और ज्यादा दबाव डाल सकती है। चुनावी कैंपेन में ट्रंप बार-बार इस बात पर जोर देते आएं हैं कि विदेशों से आकर लोग अमेरिका में हर क्षेत्र में नौकरियां कर रहे हैं, जिसकी वजह से अमेरिकी नागरिक बेरोजगार हो रहे हैं।
अमेरिका नागरिकों की बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को लेकर ट्रंप सरकार कोई सख्त कदम उठा सकती है, जिसका बुरा असर भारतीय लोगों पर पड़ सकता है